जनपद में जन औषधि केन्द्र की तर्ज पर ब्लाकों में खुलेंगे ‘‘पशु औषधि केन्द्र


रिपोर्ट - मिथिलेश जायसवाल 


बहराइच । कृषकों की आय को दोगुना करना केन्द्र व प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए भारत सरकार द्वारा जन औषधि केंद्र की तर्ज पर ब्लाक स्तर पर पशु औषधि केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया है। योजना का मुख्य उद्देश्य है कि पशुपालकों को कम कीमत में उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध हो सकें। देखने में आता है अब तक पशु दवाओं का एक बड़ा हिस्सा निजी बाजारों पर निर्भर है। खुले बाजार से दवाओं की खरीद करने पर पशुपालकों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है। जिससे तमाम लोग इस खर्च नहीं उठा पाते हैं। पशु औषधि केन्द्र योजना के धरातल पर क्रियान्वित होने से न केवल उपचार लागत घटेगी। बल्कि पशुधन संरक्षण व डेयरी क्षेत्र को अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा भी मिलेगा। सरकार का यह निर्णय श्वेत क्रान्ति की दिशा में गेम चेन्जर साबित होगा। 

यह जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश उपाध्याय ने बताया कि योजना हेतु केन्द्रीय स्तर से पोर्टल पशु औषधि डाट डीएएचडी डाट जीओवी डाट इन शुरू किया गया है। इच्छुक अभ्यर्थी जिनके पास कम से कम 120 वर्ग फीट स्थान उपलब्ध है, फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाणपत्र, ड्रग लाइसेंस के साथ आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन का शुल्क रू. 5000 निर्धारित है। आवेदन पत्रों की जांच के साथ उचित स्थान व निरीक्षण की प्रक्रिया विभागीय अधिकारियों द्वारा की जायेगी।

सीवीओ डॉ. उपाध्याय ने बताया कि पशु औषधि केंद्र खुलने के बाद पशुपालकों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां पर पशुओं के लिए एंटीबायोटिक, विटामिन, हार्माेनल इंजेक्शन, प्राथमिक उपचार किट व पशु टीकाकरण से संबंधित दवाएं सस्ती कीमत पर मिल सकेंगी। सीवीओ ने कहा कि बहराइच जैसे कृषि प्रधान व आकांक्षी जनपद के लिए यह योजना मील का पत्थर साबित होगी यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा परिवर्तन लाने वाला कदम साबित होगी।

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