प्रतापगढ़
आज जहां एक ओर दिल्ली सहित पूरा देश वायु प्रदूषण की चपेट में है और वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार कर बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है और इस समस्या का कोई समाधान नहीं दिखाई दे रहा है वहीं प्रतापगढ़ जिले के सीधापुर निवासी दिवाकर तिवारी ने पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी की पहल पर अपनी शादी में साइकिल चलाकर लोगों को वायु प्रदूषण से मुक्ति और पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया।साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण,शादियों में फिजूखर्ची रोकने और प्रदूषण मुक्त विवाह का अनोखा संदेश दिया है।पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी के नेतृत्व में की जा रही इस हरित पहल की चारों तरफ खूब चर्चा है और लोग इसकी खुले कंठ से सराहना कर रहे हैं।
मांधाता ब्लॉक के सीधापुर निवासी दिवाकर तिवारी पुत्र स्व.अनिल तिवारी ने पर्यावरण सेना के मिशन से प्रेरित होकर अपनी बारात साइकिल से निकाल कर वायु प्रदूषण से मुक्ति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का प्रयास किया है।इस विचार को परिजनों ने भी महत्त्व दिया और दिवाकर का उत्साह बढ़ाया।दिवाकर तिवारी की शादी रामापुर निवासी महात्म जीत मिश्रा की पुत्री जूही मिश्रा से तय हुई और आज दिवाकर तिवारी की बरात साइकिल से निकाल कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए लगभग 3 किलोमीटर भगवत गंज रोड तक पहुंची और लोगों को हरित विवाह के लिए प्रेरित किया।
दूल्हा बने दिवाकर तिवारी ने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण से मुक्ति के लिए हमें गाड़ियों के बजाय अधिकाधिक साइकिल का प्रयोग करना चाहिए।साइकिल से पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा होता है।उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा हेतु सभी को आगे आना होगा।शादियों में फिजूखर्ची दिखावा और तामझाम से दूर आज हमने साइकिल से बारात निकाल कर लोगों को प्रदूषण मुक्त शादी करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है।ऐसा करने से पर्यावरण बचेगा और पीढ़ियों को शुद्ध वायु मिलती रहेगी।
कार्यक्रम का नेतृव कर रहे पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने कहा कि समय आ गया है कि हम सादगी और सरलता के रास्ते प्रकृति से जुड़े और हर कदम पर्यावरण संरक्षण का कार्य करें। पर्यावरण सेना का हरित विवाह आंदोलन रंग ला रहा है और जनमानस इससे जुड़ रहा है।यह प्रकृति और पर्यावरण के लिए शुभ है।
इस मौके पर पर्यावरण सैनिक दिलीप मिश्र,महेश चंद्र मिश्रा,अर्पित मिश्रा,बबलू तिवारी सहित कई लोग मौजूद रहे।

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