शिकार करने गया तेंदुआ पिंजरे में हुआ कैद


रिपोर्ट - विजय बाजपेयी

नानपारा/बहराइच। खैरीघाट क्षेत्र में कई दिनों से ग्राम बल्दूपुरवा, बाजपुरवा,पिपरिया के आसपास तेंदुआ दिखाई दे रहा था। सूचना होने पर नानपारा रेंज द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में सघन गस्त,जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था तथा तेंदुआ को आबादी से दूर रखने के लिए पटाखे छोड़े जा रहे थे, 5 दिसंबर को सायं 8 बजे ग्राम बल्दूपुरवा में अच्छेलाल पुत्र लल्लू उम्र 10 साल पर तेंदुआ ने हमला किया था जिस पर किसी अप्रिय घटना को रोकने हेतु वन विभाग नानपारा रेंज द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में कॉम्बिग की गयी तथा तेंदुआ के पद चिन्हों के आधार पर ग्राम बल्दुपुरवा में बबई नदी के पास, गन्ने के खेत में पिंजड़ा लगाया गया था और ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए बोला गया था। रविवार की रात्रि 9 बजे तेंदुआ पिंजड़े में बधी बकरी का शिकार करने पिजड़े में घुसा और पिजड़े में कैद हो गया जिसको सुरक्षा की दृष्टि से रात्रि में ही रेंज कार्यालय ले जाया गया। वन क्षेत्राधिकारी नानपारा पीयूष गुप्ता ने बताया कि सोमवार को उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी नानपारा डॉ हरीश द्वारा तेंदुआ का शारीरिक परीक्षण कराया गया जिसमें तेंदुआ नर, 3 से 4 वर्ष उम्र तथा स्वस्थ पाया गया, जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गयी है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव लखनऊ की अनुमति के बाद तेंदुआ को उसके नये प्राकृतिक वास स्थल में छोड़ा जायेगा। नानपारा रेंज क्षेत्र में गन्ने की अधिकता तथा जंगल के समीप होने के कारण तेंदुआ आबादी क्षेत्र में आ जाते हैं जिस हेतु किसी भी मानव वन्य जीव संघर्ष के बचने के लिए नानपारा रेंज द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा ग्रामीणों को हर समय सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

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