रात को सोते समय कई बार सपने में भगवान नजर आते हैं। सपने में भगवान को देखना आपके लिए आम सपना हो सकता है हालांकि, स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में किसी भी भगवान को देखना भविष्य के लिए कोई न कोई संकेत जरुर होता है। अगर आपको महशिवरात्रि पर पहले भगवान शिव या शिवलिंग सपने में बार-बार दिखाई दे रहा है, तो इसके पीछे भगवान शिव का कोई न कोई संकेत जरुर होगा। आइए जानते हैं स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में भगवान शिव को देखना शुभ या अशुभ सपना। इसके साथ ही आपको बताएंगे कि इस तरह के सपनों का फल दोगुना करने के लिए कौनसे उपाय करना चाहिए।
सपने में शिव को बार-बार देखनाअगर आपको भी सपने में बार-बार भगवान शिव दिखाई दे रहे हैं, तो स्वप्न शास्त्र के अनुसार, इस तरह के सपने शुभ फलदायी होते हैं। इसका संकेत यह है कि आने वाले समय में आपके जीवन में कुछ बहुत बड़ा और शुभ घटने वाला है।
सपने में शिव मंदिर देखना
यदि आपको सपने में शिव मंदिर नजर आता है, तो यह एक शुभ सपना हो सकता है। अगर इस तरह सपना आपको महाशिवरात्रि से पहले आ रहा है, तो यह आपके लिए काफी शुभ है। इस सपने का अर्थ है कि आप पिछले समय से जिन बीमारियों से परेशान थे उन सभी से आपको जल्द राहत मिलेगी।
सपने में भगवान शिव और सांप को देखना
अगर आपको सपने में भगवान भोलेनाथ और सांप एक साथ नजर आ रहे हैं, तो इस तरह का सपना स्वप्न शास्त्र के अनुसार, बेहद ही शुभ होता है। इस तरह के सपने आना का संकेत होता है कि आपको आने वाले समय में शुभ समाचार और अच्छी मात्रा में धन लाभ हो सकता है। इसके साथ ही आपको बड़ा धन संपत्ति का लाभ मिल सकता है।
सपने में शिवलिंग देखना
रात को सोते समय में सपने में शिवलिंग दिखाई देता है तो यह काफी शुभ सपना होता है। इस तरह के सपनों का मतलब है कि आपके एक साथ कई काम बनने वाले हैं और इसके साथ ही आपको बड़ी सफलता मिलेगी।
गर्भवती महिला को सपने में शिवलिंग देखना
अगर आप गर्भवती महिला है और आपको सपने में शिवलिंग दिखाई देता है तो इस तरह के सपने इस बात का संकेत हैं कि उसे बहुत ही योग्य और अच्छी संतान प्राप्त होगी। गर्भवस्था में शिवलिंग से जुड़े सपने देखना का अर्थ होता है कि आपको मनचाही संतान प्राप्त होगी।
भगवान शिव से जुड़े सपनों के उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि आपको सपने में शिवलिंग या भगवान शिव दिखाई दे रहे हैं, तो आपको तुरंत अगले दिन सुबह स्नान के बाद भगवान शिव के मंदिर जाना चाहिए। भगवान शंकर के दर्शन करने के साथ ही घी का दीपक जलाएं और फिर 7 बार परिक्रमा करें और इस बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग की आधी ही परिक्रमा ही करें। लेकिन आप भगवान शिव की मूर्ति की पूरी परिक्रमा कर सकते हैं। इसके साथ ही आप भगवान शंकर को पंचामृत से अभिषेक जरुर कराएं।
0 Comments